जानें 2023 की विवाह की शुभ मुहूर्त

इस वर्ष के अंत तक केवल 14 दिन ही शहनाई बज सकेगी. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार यही 14 दिन शादी-विवाद समेत अन्य मांगलिक कार्य करने के लिए शुभकारी हैं. दिसंबर में ही खरमास भी लग रहा है. कम दिन सहालग एवं मांगलिक कार्य होने से दुकानदारों को काफी आशा है. कुछ बड़े व्यापारियों का दावा है कि सहालग के लिए पहले से लोगों ने बुकिंग भी कर रखी है. इसमें आभूषण, कपड़े, बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक से लेकर अन्य सामान शामिल है.
शुक्र तुला राशि में सो रहे
उत्थान ज्योतिष संस्थान के निदेशक ज्योतिर्विद पं। दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली ने बताया कि इस समय शुक्र अस्त है. ऐसे में मांगलिक कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त का अभाव है. वर्तमान समय में शुक्र तुला राशि में सो रहा है. अपने घर के होकर भी शुक्र की स्थिति राहु और शनि से दृष्ट होने के कारण कमजोर बना हुआ है, जिसके कारण संपूर्ण असर दे पाने में शुक्र असमर्थ हैं. शादी कार्य 24 नवंबर से प्रारम्भ होंगे, जो कि 15 दिसंबर तक शादी के लग्न होंगे. 16 दिसंबर से सूर्य की धनु संक्रांति के कारण खरमास प्रारम्भ हो जाएगा. उसमें भी शादी आदि कार्य नहीं होते हैं. उसके बाद मकर संक्रांति 15 जनवरी 2023 के बाद शादी आदि कार्य होंगे. 15 मार्च के बाद मीन खरमास लग जाएगा.
देवोत्थानी एकादशी चार नवंबर को
स्वास्तिक ज्योतिष केंद्र के ज्योतिषाचार्य एसएस नागपाल ने बताया कि कार्तिक शुक्ल एकादशी को देवोत्थानी और प्रबोधिनी एकादशी भी कहते हैं. इस वर्ष देवोत्थानी एकादशी चार नवंबर को है. इस दिन क्षीर सागर में सोए हुए भगवान विष्णु जागते हैं. उनके जागने के बाद से ही सभी मांगलिक कार्य प्रारम्भ किए जाते है. इस दिन भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी और तुलसी की विशेष पूजा और व्रत किया जाता है. तुलसी का शादी शालिग्राम से किया जाता है. तुलसी शादी उत्सव भी प्रारम्भ होता है. एकादशी व्रत के अगले दिन सूर्योदय के बाद पारण किया जाता है. एकादशी में दान पुण्य करने से आदमी के घर में शुभता का आगमन होता है. बीती 10 जुलाई से शादी आदि मांगलिक कार्य रुके हैं. शुक्र अस्त होने से इस बार देवोत्थान एकादशी के बाद भी विवाह का मुहूर्त नहीं बना रहा है. शुभ कार्यों में शुक्र उदय होना महत्वपूर्ण है. शुक्र तारा दो अक्तूबर को अस्त हो गया था, जो 20 नवंबर तक जारी रहेगा.
चल रही है बुकिंग
इस गर्मी (यानी मई, जून) में शुभ मूहुर्त था, लेकिन लोगों ने शादियां आदि मांगलिक कार्य नहीं किए थे. सर्दी के दिनों में सहालग कम है. इसलिए इस बार सभी समुदाय (हिन्दू, मुस्लिम, सिख आदि) के लोग शादियां कर रहे हैं. लोग अभी से शेरवानी, सूट आदि की माप दे रहे हैं. सहालग में बाजार अच्छा चलने की आशा है.
अशोक मोतियानी, अध्यक्ष, उप्र। कपड़ा उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल
खरीदारी कर रहे हैं लोग
इस बार सहालग के कम दिन हैं. शुभ मूहुर्त के हिसाब से गिने-चुने दिन ही शादियां आदि मांगलिक कार्य होने हैं. इसके लिए सराफा कारोबारियों के यहां लोग पहले से ही आभूषणों की खरीदारी और बुकिंग दोनों कर रहे हैं. बाजार में सहालग को लेकर अभी से रौनक है. व्यापारियों के पास ऑर्डर भी काफी हैं.
विनोद माहेश्वरी, संयोजक, आल इण्डिया ज्वैलर्स एंड गोल्ड स्मिथ फेडरेशन के संयोजक
वर्ष 2022 और 2023 शादी मुहूर्त-
नवंबर- 24, 25, 26, 27, 28
दिसंबर- 2, 3, 4, 7, 8, 9, 13, 14, 15
जनवरी 2023- 15, 16, 17, 18, 22, 25, 26, 27, 30, 31
फरवरी 2023- 1, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 22, 23, 24, 27, 28
मार्च 2023- 1, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12, 13, 14, 15